भारत में गायों की कई नस्लें पाई जाती हैं, और हर एक की अपनी विशेषताएँ होती हैं
लेकिन बेलाही नस्ल की गाय का स्थान अलग ही है।
यह नस्ल मुख्य रूप से उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में पाई जाती है, खासकर मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में।
बेलाही गायें अपनी उच्च गुणवत्ता वाले दूध, शांत स्वभाव और कठिन परिस्थितियों में भी जीवित रहने की क्षमता रखती है।
बेलाही गायें दिखने में मध्यम आकार की होती हैं और इनका शरीर हल्का सफेद या हल्का ग्रे रंग का होता है।
यह गायें प्रतिदिन 5 से 7 लीटर तक दूध देती हैं और इनके दूध में उच्च कैल्शियम, प्रोटीन और विटामिन A की मात्रा होती है।
बेलाही नस्ल की गाय न केवल भारतीय कृषि का एक अनमोल रत्न है, बल्कि यह हमारे पारंपरिक जीवन और संस्कृति का भी अभिन्न हिस्सा है।