राष्ट्रीय किसान दिवस 2024 | National Farmers Day in India

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 “सच्चा भारत गांवों में बसता है। जब तक किसान की दशा सुधरेगी नहीं, देश प्रगति नहीं करेगा।” – श्री चौधरी चरण सिंह।

प्रिय पाठकों, बलवान कृषि के ब्लॉग सेक्शन में आपका स्वागत है।

भारत को किसानों का देश कहा जाता है। यहां की आधी आबादी खेती पर निर्भर है, और किसान देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ माने जाते हैं। 

हमारे देश में हर साल 23 दिसंबर को राष्ट्रीय किसान दिवस (National Farmers Day) मनाया जाता है।  इस दिन श्री चौधरी चरण सिंह के योगदान और किसानों की मेहनत को सराहा जाता है। 

राष्ट्रीय किसान दिवस केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि किसानों के योगदान को समझने और उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का अवसर है। राष्ट्रीय किसान दिवस के उपलक्ष्य में आइये जानते हैं किसान दिवस का इतिहास।

राष्ट्रीय किसान दिवस का इतिहास | National Farmers Day 

श्री चौधरी चरण सिंह का निधन 29 मई 1987 को हुआ। उनके योगदान को सम्मान देने के लिए साल 2001 में भारत सरकार ने 23 दिसंबर को राष्ट्रीय किसान दिवस ( National Farmers day in India ) के रूप में घोषित किया। 

अपने प्रधानमंत्री कार्यकाल (जुलाई 1979 – जनवरी 1980) के दौरान, उन्होंने कृषि सुधारों और किसानों के अधिकारों को प्राथमिकता दी। उन्होंने किसानों के लिए नीतियां बनाई और कई कृषि संबंधी बिल पास किए।

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Kisan Diwas का महत्व | Importance of kisan diwas farmer’s day

हमारे देश का बड़ा हिस्सा गांवों में बसता है और अधिकांश आबादी कृषि पर निर्भर है। किसान दिवस पर किसानों को नवीनतम कृषि तकनीकों की जानकारी दी जाती है। 

इस दिन सेमिनार और कार्यशालाओं का आयोजन किया जाता है, जहां किसानों को आधुनिक उपकरणों, बीमा योजनाओं, और सरकारी नीतियों की जानकारी मिलती है।

श्री चौधरी चरण सिंह का योगदान

श्री चौधरी चरण सिंह ने न सिर्फ कृषि क्षेत्र में सुधार किए बल्कि जमींदारी प्रथा के उन्मूलन और ग्रामीण ऋणदाताओं से राहत दिलाने के लिए भी कदम उठाए। उन्होंने किसानों के लिए कई किताबें लिखीं, जैसे “भारत की गरीबी और उसका समाधान” और “जमींदारी उन्मूलन।” उनका सादा जीवन और गहन अध्ययन उनकी सबसे बड़ी ताकत थे।  

निष्कर्ष

श्री चौधरी चरण सिंह की दूरदर्शी सोच के कारण ही आज किसान निरंतर तरक्की के पथ पर आगे बढ़ रहे हैं। आज के किसान परंपरागत खेती के साथ आधुनिक खेती की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। नई तकनीक का उपयोग, ड्रिप इरिगेशन, जैविक खेती और स्मार्ट उपकरणों का उपयोग बढ़ा है। आधुनिक खेती के तरीकों से किसान कम लागत में अधिक उत्पादन कर रहे हैं।

 वे Balwaan Power Weeder, ड्रोन्स और उन्नत कृषि उपकरणों का उपयोग करते हैं। मिट्टी की जांच, उन्नत बीज, और जैविक खाद से फसल की गुणवत्ता बढ़ाई जा रही है। इन तरीकों से समय, श्रम और लागत बच रही है, जिससे किसानों की आय में बढ़ोतरी और खेती में सुधार हो रहा है।

किसान दिवस के इस अवसर पर, Balwaan Krishi की ओर से सभी किसानों को हार्दिक शुभकामनाएं । आपकी तरक्की और खुशहाली ही हमारे देश की शक्ति है। जय जवान जय किसान

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