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सर्दियों के मौसम में सब्जी की खेती (winter season vegetable farming)– अब आधुनिक तकनीकों की मदद से बिना सीज़न के भी खेती करना बहुत आसान हो चुका है लेकिन कुदरत द्वारा प्रदान किये गए प्राकृतिक सीज़न में उगने वाली सब्जियों की बात और टेस्ट, कुछ और ही होता है। हर सब्जी उगाने का एक अलग ही सीज़न होता है और उन्ही सीज़न में से एक है सर्दियों का महीना।
सब्जियों की खेती यानि मौसम की अनुकूलता और अच्छा उत्पादन। सर्दियों में सब्जी उगाने (Vegetable growing in winter ) के लिए दिसंबर का महीना सबसे अधिक अनुकूल रहता है क्योंकि इस महीने में मिट्टी में नमी और सर्द वातावरण होता है और सर्दी के मौसम में सब्जी की खेती करना फसल के लिए उपयुक्त होता है।
साथ ही सर्दी की सब्जियाँ ( winter Vegetables ) किसानों को अधिकतर अच्छा प्रोडक्शन देती है। ऐसी कई सब्जियां हैं जिनकी सर्दियों में खेती करके किसान भारी मुनाफा कमा सकते हैं।
सर्दियों में भारी मुनाफा देने वाली सब्जियों की खेती | Winter Vegetable Farming
हरी और पत्तेदार सब्जियों की खेती
आम तौर पर देखा गया है की पालक, सरसों, धनिया और मेथी आदि की डिमांड मार्च तक होती है। भरपूर उत्पादन की दृष्टि से पत्तेदार सब्जियों की खेती के लिए सर्दी का मौसम सबसे अच्छा होता है । इस मौसम में आप इन सब्जियों की उन्नत किस्मों को लगाकर बहुत अच्छा उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं।
टमाटर की खेती
अच्छे उत्पादन की दृष्टि से सब्जियों की खेती के रूप में टमाटर प्रमुख है। टमाटर एक सदाबहार सब्जी है जिसकी खेती सालभर की जाती है क्योंकि इसकी देश विदेश में भी बहुत डिमांड रहती है।
वैसे तो टमाटर की खेती पुरे भारत में की जाती है लेकिन अगर सर्दी के मौसम की बात करें तो उत्तर प्रदेश, बिहार, उत्तराखंड समेत कई राज्यों में सर्दी का मौसम टमाटर की खेती के लिए एकदम उपयुक्त होता है।
सर्दियों में टमाटर की खेती से किसान तगड़ा लाभ कमा सकते हैं क्योंकि इस मौसम में की गयी खेती से टमाटर का अच्छा उत्पादन मिलता है। अगर किसान टमाटर की खेती सही तरीके और उन्नत किस्मों से करते हैं तो प्रोडक्शन दुगुना, तिगुना भी हो सकता है।
यदि किसान हाइब्रिड टमाटर की खेती शुरू करना चाहते है और साथ ही इससे जुड़ी पूरी जानकारी की खोज कर रहे है तो पढ़ें हमारा ब्लॉग : हाइब्रिड टमाटर की खेती से 3 सप्ताह तक नहीं ख़राब होंगे टमाटर
गाजर-मूली की खेती
गाजर और मूली सर्दियों में सबसे ज्यादा खायी जाने वाली सब्जियाँ हैं। इन दोनों सब्जियों का उपयोग सलाद और अचार के रूप में भी किया जाता है। हालाँकि गाजर-मूली की खेती खेती मार्च से सितम्बर तक की जाती है लेकिन सर्दियों में इन सब्जियों की खेती किसान के लिए बहुत ज्यादा लाभदायक होती है क्योंकि इस समय में गाजर-मूली की खेती उत्पादन की दृष्टि से बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण होती है।
सर्दियों में की गयी खेती से बहुत अच्छा प्रोडक्शन होता है और इनका स्वाद भी अच्छा होता है। साथ ही किसानों को इन दोनों सब्जियों के बाजार में अच्छे दाम भी मिल जाते हैं।
बैंगन की खेती
बैंगन की खेती ज्यादा ऊंचाई वाले इलाकों को छोड़कर भारत में लगभग सभी क्षेत्रों में मुख्य सब्जी की फसल के रूप में की जाती है। बैंगन में कैल्शियम, आयरन, फास्फोरस और विटामिन ए-बी-सी भी होते हैं जो की स्वास्थ्य की दृष्टि से भी बहुत अधिक महत्वपूर्ण है।
भारत में बैंगन उगाने वाले मुख्य राज्य पश्चिमी बंगाल, उड़ीसा, कर्नाटक, बिहार, महांराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश हैं। बैंगन की खेती के लिए सर्दी का मौसम सबसे ज्यादा बेस्ट होता है जिसमे बैंगन का सबसे अच्छा उत्पादन मिलता है।
गोभी वर्गीय सब्जियों की खेती
गोभी वर्गीय सब्जियों की खेती करने का सबसे उत्तम समय सर्दियों का मौसम होता है। सर्दियों में फूल गोभी, पत्ता गोभी और ब्रोकली की भरी मात्रा में डिमांड रहती है। सर्दियों में गोभी वर्गीय सब्जियों की खेती करने से किसान को बहुत अच्छा उत्पादन मिलता है क्योंकि इस समय मिट्टी में पर्याप्त नमी होती है।
गोभी वर्गीय सब्जियों की खेती के लिए जल निकासी वाली हल्की मिट्टी सबसे अच्छी मिट्टी मानी गयी है। इसके अतिरिक्त किसान ग्रीन हाउस में भी इन सब्जियों की खेती कर सकते हैं।
सब्जियों की उन्नत किस्में
- पालक- ऑल ग्रीन, जोबनेर ग्रीन, पूसा हरित, पंजाब ग्रीन और पूसा ज्योति।
- सरसों- आरएच 725, RH-761, आर एच 30, राज विजय सरसों-2 और पूसा बोल्ड।
- धनिया- हिसार सुगंध, पंत हरितमा, कुंभराज, आरसीआर 41,आरसीआर 435, आरसीआर 436, आरसीआर 446, आरसीआर 480, आरसीआर 684, आरसीआर 728, सिम्पोएस 33, जेडी-1, एसीआर 1, सीएस 6, जीसी 2 (गुजरात धनिया 2)।
- मैथी- आर एम टी 1, कश्मीरी, ए एफ जी 1, एम. एल. 150, पूसा अर्ली बंचिंग।
- टमाटर- पूसा हाइब्रिड-1, पूसा हाइब्रिड -2, पूसा हाइब्रिड-4, अविनाश-2, रश्मि तथा निजी क्षेत्र से शक्तिमान, रेड गोल्ड, 501, 2535उत्सव, अविनाश, चमत्कार, यू.एस. 440 आदि।
- गाजर– पूसा केसर, पूसा मेघाली, पूसा आसिता, नैंटस और पूसा रुधिर।
- मूली- जोनपुरी मूली, जापानी सफेद, कल्याणपुर, पंजाब अगेती, पंजाब सफेद, व्हाइट लौंग, हिसार मूली एवं संकर किस्मे आदि।
- बैंगन- पूसा हाईब्रिड-6, पूसा पर्पल क्लस्टर, पूसा पर्पल राउंड, पूसा पर्पल लोंग, स्वर्ण श्री, आज़ाद क्रांति, PB-67, रसिका हाइब्रिड, शामली आदि।
- गोभी- हिमरानी, पुष्पा, पूसा सुभ्रा, पूसा हिम ज्योति और पूसा कतकी आदि।
10. पत्ता गोभी- अगेतीः गोल्डेन एकड़, प्राईड ऑफ इण्डिया, अर्ली ड्रमहेड, पूसा अगेती, पूसा मुक्ता, एक्सप्रेस, अर्ली वियाना।
सब्जियों की उन्नत किस्मों की खेती से लाभ
सब्जियों की उन्नत किस्मों की खेती से कई लाभ होते हैं।
- उन्नत किस्में अधिक उत्पादन क्षमता वाली होती हैं, जिससे किसानों की आय बढ़ती है। ये किस्में कीटों और बीमारियों के प्रति अधिक प्रतिरोधक क्षमता रखती हैं, जिससे फसल की बर्बादी कम होती है।
- उन्नत बीजों के उपयोग से कम पानी और खाद की आवश्यकता होती है, जो पर्यावरण के लिए भी अनुकूल है।
- इसके अलावा, बेहतर गुणवत्ता वाली सब्जियों की खेती से बाजार में मांग बढ़ती है, जिससे किसानों को बेहतर दाम मिलते हैं और देश की खाद्य सुरक्षा में भी योगदान होता है।
निष्कर्ष
सर्दियों के महीने में किसान आधुनिक तकनीक और उन्नत किस्मों का उपयोग करके सब्जियों की खेती (Vegetable Farming) करते हैं, तो वे भारी मुनाफा कमा सकते हैं और बाजार में अच्छी गुणवत्ता वाली सब्जियां उपलब्ध करा सकते हैं।
इसके साथ ही, किसानों को फसलों की रोग प्रतिरोधक क्षमता और जलवायु की अनुकूलता का भी लाभ मिलता है, जिससे उत्पादन लागत कम होती है। सब्जियों की खेती किसान को अच्छा उत्पादन और भरी मुनाफा दे सकती है।
अगर आप खेती में रूचि रखते है और साथ ही खेती करने के लिए आधुनिक कृषि उपकरणों की खोज में है तो Balwaan Krishi आपके लिए तरह – तरह के कृषि उपकरण उपलब्ध करवाता है ।
लगातार पूछे जाने वाले प्रश्न
1. सर्दी में सबसे अच्छी फसल कौन सी है?
सर्दियों में मटर सबसे अछि फसल मानी जाती है क्योंकि यह लगभग 60-70 दिनों में ही तैयार हो जाती है जिससे किसान इस फसल को जल्दी ही बाजार में उपलब्ध करके अच्छा मुनाफा कमा सकते है।
2. सर्दियों में जड़ वाली सब्जियों को कैसे स्टोर करें?
सर्दियों में जड़ वाली सब्जियों को सूखी और ठंडी जगह पर रखें, ताकि नमी और सर्दी से बची रहें। इन्हें अखबार में लपेटकर या बालू में दबाकर भी लंबे समय तक ताजा रखा जा सकता है।
ओम गोधवानी
ओम गोधवानी बलवान कृषि में कंटेंट क्यूरेटर विभागाध्यक्ष हैं, जिनके पास कृषि और किसानों से सम्बंधित कंटेंट क्यूरेटशन में कई वर्षों का अनुभव है।